नागपुर हवाई अड्डे पर गर्मियों में शुरू होगी नॉन-स्टॉप उड़ानें

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- केंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्री ने दिया आश्वासन

- नितिन गडकरी की पहल से एआईडी के प्रयासों को मिली सफलता 

19 अक्टूबर 2024                        5.30 PM

नागपुर - हाल ही में नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू और केंद्रीय नागरी उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोड ने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय नागपुर हवाई अड्डे के रनवे री-कार्पेटिंग कार्य को 31 मार्च, 2025 से पहले करने और उड़ान मार्गों का विस्तार करने का आश्वासन दिया। एसोसिएशन फॉर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट (एआईडी) ने इस संबंध में मांग उठाई थी और नितिन गडकरी से इस मामले को देखने की सिफारिश की थी।

दिल्ली में हुई बैठक में नागरी उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, एआईडी के अध्यक्ष आशीष काले, उपाध्‍यक्ष गिरधारी मंत्री, कार्यकारी सचिव पंकज भोकरे और वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी विजय फड़णवीस उपस्‍थ‍ित थे। बैठक में आशीष काले ने हवाई किराए को कम करने, उड़ान कार्यक्रम को सुविधाजनक बनाने और अधिक उड़ानें सक्षम करने के लिए रनवे री-कार्पेटिंग परियोजना को 31 मार्च तक पूरा करने की तात्कालिकता पर जोर दिया। नागरिक उड्डयन मंत्री ने तब मूल योजना के अनुसार 30 अप्रैल के बजाय 31 मार्च, 2025 तक रनवे का काम पूरा करने का वादा किया, जिससे 1 अप्रैल से 30 सितंबर, 2025 तक निर्बाध ग्रीष्मकालीन उड़ान कार्यक्रम सुनिश्चित हो सके।

एआईडी ने एक बार फिर सिंगापुर, बैंकॉक या कुआलालंपुर जैसे दक्षिण पूर्व एशिया के केंद्रों से सीधी कनेक्टिविटी की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इससे एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के पश्चिमी तट तक विदर्भ क्षेत्र की कनेक्टिविटी बढ़ने से व्यापार को काफी बढ़ावा मिलेगा। एआईडी ने यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए दुबई, अबू धाबी और रियाद मार्गों के और विस्तार की भी सिफारिश की।

रनवे के काम में देरी से उड़ान संचालन पर काफी असर पड़ा है और विमानों की संख्या कम हो गई है। इससे विदर्भ क्षेत्र की अर्थव्यवस्था, विशेषकर पर्यटन और कृषि मौसम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उड़ानें कम होने से हवाई किराया भी बढ़ गया है और जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ा है। एआईडी ने नितिन गडकरी से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था क्योंकि नागपुर हवाई अड्डे पर सीमित परिचालन घंटों के कारण हर हफ्ते लगभग 70 उड़ानों का नुकसान हो रहा था और यदि परियोजना समय पर पूरी नहीं हुई तो और नुकसान होने की संभावना थी।

नागरी उड्डयन मंत्रालय के सचिव  वुमलुनमंग वुलानम; एम. सुरेश, अध्यक्ष (अतिरिक्त प्रभार), भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई);  अनिल कुमार गुप्ता, सदस्य (योजना), एएआई और मल्टी मॉडल इंटरनेशनल कार्गो हब और नागपुर (मिहान) हवाई अड्डे के निदेशक मंडल; आबिद रूही, वरिष्ठ हवाईअड्डा निदेशक, मिहान; और  कुमार रंजन ठाकुर, सीएस और सीएफओ, मिहान इंडिया लिमिटेड;  महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कंपनी (एमएडीसी) की उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक स्वाति पांडे और महाराष्ट्र सरकार के परिवहन और बंदरगाह-सामान्य प्रशासन (नागरिक उड्डयन) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय सेठी ने भी बैठक में ऑनलाइन भाग लिया। 

इस आश्वासन के लिए एआईडी की टीम ने विशेष रूप से केंद्रीय तथा  नागरी उड्डयन मंत्री, राज्य मंत्री और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्‍यक्‍त किया है।




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