साइबर हमलों से बचने के लिए तकनीकी उपाय के साथ जागरुकता जरुरी

Painter: Artist busy on his creative work

MIA

MIDC इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा “साइबर सुरक्षा” पर जानकारीपूर्ण सत्र आयोजित

19 अप्रैल 2025                  1.10 PM

नागपुर - डिजिटल युग में साइबर खतरों की बढ़ती घटनाओं को ध्यान में रखते हुए एमआईडीसी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (MIA) ने “साइबर सुरक्षा” (Cybersecurity)  विषय पर एक विशेष जागरूकता सत्र का आयोजन किया। यह सत्र उद्योगों को साइबर हमलों से बचाव के लिए आवश्यक ज्ञान और उपाय प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता एमआईए के अध्यक्ष पी. मोहन ने की। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा, “आज प्रत्येक व्यवसाय डिजिटल तकनीक पर निर्भर हो चुका है। ऐसे में साइबर सुरक्षा केवल एक तकनीकी आवश्यकता नहीं, बल्कि व्यावसायिक निरंतरता और डेटा सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी बन चुकी है। हमें न केवल तकनीकी उपाय अपनाने की ज़रूरत है, बल्कि कर्मचारियों को भी जागरूक और सक्षम बनाना आवश्यक है।”

सत्र का संचालन सचिन जैन द्वारा किया गया, जिन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। मुख्य वक्ता के रूप में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ सुनील सदासिवन ने बेहद सरल और प्रभावी तरीके से साइबर अपराधों की जटिलताओं को समझाया। उन्होंने बताया कि कैसे फ़िशिंग, रैंसमवेयर, डेटा चोरी जैसे हमले आज उद्योगों को बड़ा नुकसान पहुँचा सकते हैं। उन्होंने सुरक्षा उपायों की व्याख्या करते हुए सुझाव दिए कि प्रत्येक संस्था को साइबर सुरक्षा नीति, फ़ायरवॉल्स, एंटीवायरस, नियमित अपडेट्स, और कर्मचारियों की ट्रेनिंग जैसी बुनियादी बातों को अनिवार्य रूप से लागू करना चाहिए।

सत्र में चर्चा के मुख्य बिंदुओं में उद्योगों में संभावित साइबर खतरों की पहचान करना, संगठन की इलेक्ट्रॉनिक संरचना की सुरक्षा हेतु आवश्यक उपाय अपनाना, कर्मचारियों के बीच व्यापक साइबर साक्षरता को बढ़ावा देना रहे। सत्र के दौरान प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। कई उद्योग प्रतिनिधियों ने साइबर बीमा, क्लाउड सुरक्षा, और सोशल इंजीनियरिंग अटैक जैसे विषयों पर प्रश्न पूछे, जिनका विशेषज्ञों ने संतोषजनक समाधान प्रस्तुत किया। 

यह सत्र न केवल तकनीकी ज्ञान का आदान-प्रदान था, बल्कि एक चेतावनी भी थी कि यदि हम सतर्क नहीं हुए, तो डिजिटल प्रगति के साथ साइबर खतरों का सामना करना कठिन हो सकता है। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और सभी प्रतिभागियों को जागरूकता की दिशा में आगे कार्य करने के आह्वान के साथ हुआ।




Posted in