Nirmal-Textiles
4 सितम्बर 2024 2.30 PM
वर्तमान में ग्राहक ब्रांड के लिये जो चाहे वह कीमत देने को तैयार रहते हैं। कपड़ों के मामले में तो ब्रांड महत्वपूर्ण हो गया है और विदेशी ब्रांड की छाप तो ग्राहकों के दिलों पर हमेशा रहती है। ग्राहकों के पसंदीदा ब्रांड की तरह शर्ट्स सीधे ग्राहकों को उपलब्ध हों और वह भी इंटरनेशनल ब्रांड के साथ तो कैसा होगा? और वह भी बिल्कुल वाजिब दाम में। त्यौहारों और उत्सवों पर भारतीय बाजार में नए कपड़े लेने का चलन है। ऐसे में विदेशी नागरिकों को भी आकर्षित करने वाला और विदेशी ब्रांड्स को टक्कर देने वाला कपड़ों का स्वदेशी ब्रांड पीएनजी कॉर्पोरेशन का किंग्स एन. बेरी शर्ट भारत में ध्ाूम मचा रहा है। यह ब्रांड उद्योजक प्रमोद मानमोड़े के निर्मल टेक्सटाइल्स का ही एक हिस्सा है, जो अब उत्सवों, त्यौहारी सीजन के लिए तैयार है। इस ब्रांड के कपड़ों का उत्पादन नागपुर से 45 किलोमीटर दूर अमरावती रोड़ स्थित बाजारगांव के पास कोंढाली में 50 एकड़ जमीन पर साकार किए गए निर्मल टेक्सटाइल्स प्रोजेक्ट में होता है। जिनिंग, स्पिनिंग के बाद अब गारमेंट्स के क्षेत्र में भी निर्मल टेक्सटाइल्स अग्रसर हो गया है। खास बात यह है कि गर्मी हो या बरसात किसी भी तापमान में वातावरण के अनुरूप शरीर को राहत देने वाला यह ब्रांड है और यह सभी स्तर के ग्राहकों को पसंद आ रहा है।
देश-विदेश में आउटलेट्स
निर्मल टेक्सटाइल्स के तहत आने वाले पीएनजी कॉर्पोरेशन ग्रुप में तैयार किए गए किंग्स एन. बेरी के ब्रांडेड शर्ट अब केवल नागपुर ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र, देश और विदेश में पहुंच रहे हैं। कंपनी के उत्पादन परिसर के प्रांगण में किंग्स एन. बेरी का पहला आउटलेट शुरु किया गया है। ढाई हजार वर्ग फुट जमीन पर मौजूद इस शोरूम में ग्राहकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। कारखाने में उत्पादित होने वाले कपड़े सीधे ग्राहकों के सामने होने से ग्राहकों का विश्वास भी मजबूत होता है। अब दूसरा आउटलेट नागपुर शहर में नंदनवन में शुरु हो गया है। नंदनवन मेन रोड़ स्थित इस आउटलेट को भी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है।
निर्मल उज्जवल सोसायटी की सीईओ नंदा बांते ने जानकारी देते हुए बताया कि नागपुर के लोग कोंढाली स्थित फैक्ट्री आउटलेट पर जाकर कपड़ों की खरीदी करते थे, हमने सोचा कि क्यों नहीं नागपुर लोगों को नागपुर शहर में ही कपड़े उपलब्ध हों, इसी के मद्देनजर नंदनवन मेन रोड़ पर मेन बिल्डिंग में ‘किंग्स एन. बेरी’ का यह दूसरा आउटलेट श्ाुरू किया गया है। अब शहरवासी इस आउटलेट में आकर खरीदी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि निर्मल टेक्सटाइल में पहले कपास का धागा और फिर फेब्रिक बनता है। इसके बाद स्टिचिंग की जाती है। हमारे फैक्ट्री आउटलेट में ही सारी प्रक्रिया होने के कारण बच्चों, पुरुषों, महिलाओं के कपड़े बहुत ही कम और मुनासिब दाम पर यहां उपलब्ध हैं। फैक्ट्री आउटलेट होने से अधिकाधिक डिस्काउंट भी दिया जाता है। निर्मल टेक्सटाइल जल्द ही होलसेल मार्केट में भी कदम रखेगा।
एक तरह से किंग्स एन. बेरी अब ग्राहकों का पसंदीदा ब्रांड बनकर उभरा है। इस ब्रांड के कपड़े ग्राहकों को वाजिब दर पर उपलब्ध हैं। खास बात यह है कि पीएनजी कॉर्पोरेशन में ब्रांडेड कंपनियों के लिए शर्ट तैयार मिल जाते हैं। मल्टीनेशनल कॉर्पोरेट कंपनियां पीएनजी के साथ जुड़ी हैं। इसलिए विदर्भ के नागरिकों को रोजगार मिल रहा है। किंग्स एन.बेरी का उत्पादन महाराष्ट्र से कर देशभर में इसकी फ्रेंचाइजी दी जा रही है। इसके लिए इच्छुक व्यापारी संपर्क कर सकते हैं।
उत्सवों पर विशेष ऑफर्स
उत्सवों में हर किसी को नए कपड़े लेने का मोह रहता है। ऐसे में किंग्स एन. बेरी का साथ मिल गया तो उत्सव का आनंद दुगना हो जाएगा। महिलाओं, बच्चों और पुरुषों के लिए किंग्स एन. बेरी के कपड़े उपलब्ध हैं। उत्सव के मौकों पर ग्राहकों को विशेष ऑफर्स प्रदान किए जाते हैं। इसका आनंद लेने की अपील कंपनी ने ग्राहकों से की है।
निर्मल जिनिंग व प्रेसिंग
निर्मल टेक्सटाइल के तहत निर्मल जिनिंग व प्रेसिंग स्वतंत्र यूनिट है। जिनिंग में किसानों से सीधे कपास खरीदी जाती है। कपास बेचने के लिए आने वाले किसानों को किसी भी तरह की तकलीफ न हो, इसका पूरा ख्याल रखा जाता है। यहां आधुनिक मशीन के माध्यम से कपास की गांठे तैयार की जाती है। इसके लिए 30 डीआर मशीनों लगाई गई हैं। एक घंटे में 160 किलो के हिसाब से 14 गांठें तैयार करने की क्षमता हैं। गांठों के भंडार के लिए सुसज्जित गोदाम है। नवंबर से मार्च तक कपास की आवक बड़े पैमाने पर होती है, इसलिए दो शिफ्ट में काम किया जाता है। प्रतिदिन कर्मचारी इसकी जिम्मेदारी संभालते हैं।
क्वालिटी कंट्रोल लैब
निर्मल टेक्सटाइल्स में अत्याधुनिक क्वालिटी कंट्रोल लैब तैयार की गई है। यहां अंतरराष्ट्रीय मानकों द्वारा गुणवत्ता जांची जाती है।
वैश्विक बाजार में मांग बढ़ी
निर्मल टेक्सटाइल्स में तैयार होने वाले सूत को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भेजा जाता है। इस सूत की मांग बहुत बढ़ गई है। देश में अहमदाबाद, मालेगांव, भिवंडी, कोलकाता, इचलकरंजी, दिल्ली में यह सूत भेजा जाता है। मार्केट एक्सपोर्ट द्वारा तुर्की, बांगलादेश, इजिप्त, वियतमान, श्रीलंका जैसे देशों में भी यह सूत भेजा जाता है।
स्पिनिंग यूनिट
स्पिनिंग यूनिट देखकर लोग हैरत में पड़ जाते हैं। अत्याधुनिक तकनीक, फूल मैकेनाइज्ड व्यवस्था, स्वच्छता, प्रशिक्षित कर्मचारी व कामगार तथा संपूर्ण प्रबंधन देखने लायक है। जिनिंग व प्रेसिंग यूनिट में तैयार होने वाली कपास की गांठें अगली प्रक्रिया से सूत तैयार करने के लिए स्पिनिंग यूनिट में लाई जाती हैं। पहले चरण में फायबर टू फायबर सेपरेशन किया जाता है। इसके लिए 19 कार्ड लगाए गए हैं। एक घंटे में 1100 किलो स्लिवर तैयार होते हैं।
किस परिस्थिति में सूत की गुणवत्ता उत्तम रहनी चाहिए इस पर विशेष ध्यान दिया जाता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले बदलाव व सुधारों को तत्काल अमल में लाया जाता है, इसलिए यहां तैयार होने वाला सूत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकारा जाता है।