बैंक शाखा ऑडिट के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शिका पर हुई चर्चा

Painter: Artist busy on his creative work

ICAI

18 अप्रेल            5.35 PM 

नागपुर - नागपुर शाखा ने "बैंक शाखा ऑडिट के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शिका" पर पैनल चर्चा का आयोजन किया। सांविधिक बैंक शाखा लेखा परीक्षा चार्टर्ड एकाउंटेंट को दी गई एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि सभी सीए को नवीनतम विकास के बारे में पता होना चाहिए ताकि वे अपनी सर्वोत्तम क्षमताओं के साथ अपना कर्तव्य निभा सकें। नोटबंदी के बाद जिम्मेदारी और बढ़ गई है। सीए ने कहा, हालांकि हमें असाइनमेंट को समय पर पूरा करने के लिए बहुत कम समय में बहुत कुछ करना होगा, लेकिन आम आदमी की हिस्सेदारी को ध्यान में रखते हुए हमें न केवल एक पेशेवर दायित्व के रूप में बल्कि एक सामाजिक प्रतिबद्धता के रूप में भी काम करना होगा। सीए अक्षय वी गुल्हाने ने आईसीएआई की नागपुर शाखा द्वारा बैंक शाखा ऑडिट के लिए प्रैक्टिकल गाइड पर आयोजित पैनल चर्चा में अपने स्वागत भाषण में कहा।

आरसीएम  सीएअभिजीत केलकर ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि ऑडिटर को बैंकों द्वारा तैयार किए गए विभिन्न असाधारण रिपोर्ट का उल्लेख करना चाहिए जो रिपोर्टिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।सीए चारुदत्त मराठे ने अग्रिमों के सत्यापन पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने उल्लेख किया कि एक लेखा परीक्षक को यह सत्यापित करना चाहिए कि अग्रिम प्रत्यायोजित प्राधिकारी द्वारा स्वीकृत किए गए हैं। सभी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के साथ-साथ मंजूरी पूर्व दौरा भी एक अन्य महत्वपूर्ण शर्त है। ऋण पुनर्गठन के विभिन्न मामले हो सकते हैं जिनके लिए आरबीआई के परिपत्रों को ध्यान से देखा जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि एक लेखा परीक्षक को पी एंड एल खाते में डेबिट किए गए पूंजीगत व्यय के साथ-साथ पूर्व अवधि के व्यय की भी जांच करनी चाहिए। बैंक में टीडीएस एक बड़ी चुनौती है और पी एंड एल खाते में डेबिट किए गए खर्चों के साथ उचित समाधान आवश्यक है ताकि अस्वीकृति पर काम किया जा सके।

सीए आशीष बडगे ने केंद्रीय वैधानिक लेखा परीक्षक के रूप में अपना अनुभव व्यक्त करते हुए कहा कि शाखा स्तर पर कुछ ऐसे मुद्दे हो सकते हैं जो छोटे लगते हैं लेकिन जब उन्हें केंद्रीय स्तर पर समेकित किया जाता है तो यह एक महत्वपूर्ण मुद्दे के रूप में सामने आ सकते हैं। एनपीए की गणना और रिपोर्टिंग करते समय व्यक्तिपरक के बजाय गणितीय होना महत्वपूर्ण है।अंतर्निहित कमजोरी वाले खातों को एनपीए के रूप में वर्गीकृत किया जाना चाहिए।

कार्यक्रम का संचालन सीए दीपक जेठवानी, कोषाध्यक्ष ने किया जबकि सचिव सीए सचिव स्वरूपा वजलवार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सीए तृप्ति भट्टड,अध्यक्ष विकासा, सीए सतीश सारडा,पूर्व अध्यक्ष, सीए गोविंद बत्रा, सीए जय पोपटानी, सीए प्रणव अष्टिकर एवं बड़ी संख्या में सदस्य गण उपस्थित थे।





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