CAIT
10 मार्च 2025 3.15 PM
नागपुर - कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री एवं चांदनी चौक से भाजपा सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि पिछले वर्षों की तरह इस बार भी होली की त्यौहारी बिक्री में चीन के बने हुए सामान का व्यापारियों एवं ग्राहकों ने बहिष्कार किया। केवल भारत में ही निर्मित हर्बल रंग एवं गुलाल, ग़ुब्बारे, चंदन,पूजा सामग्री, परिधान सहित अन्य सामानों की जमकर बिक्री हो रही है। वहीं मिठाइयां, ड्राई फ्रूट,गिफ्ट आइटम्स, फूल एवं फल, कपड़े, फर्निशिंग फैब्रिक, किराना, एफएमसीजी प्रोडक्ट, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सहित अन्य अनेकों उत्पादों की भी जबरदस्त मांग बाजारों में दिखाई दे रही है। उपभोक्ता खर्च में वृद्धि के चलते विभिन्न व्यापार के क्षेत्रों में होली की त्यौहारों की बिक्री तेजी से हो रही है। रंग-अबीर खेलने के लिए लोग सफेद टी-शर्ट और कुर्ता-पाजामा, सलवार सूट की मांग कर रहे हैं। वहीं हैप्पी होली लिखे टी-शर्ट की मांग भी बाजार में लगातार बनी हुई है।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने कहा कि भारत त्यौहारों का देश है और हर त्यौहार अथवा किसी भी धार्मिक आयोजन निश्चित रूप से व्यापार को बढ़ावा देते हैं। होली से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इससे स्थानीय व्यवसायों, छोटे व्यापारियों, लघु उद्योगों एवं एमएसएमई सेक्टर विशेष रूप से लाभ होता है। यह होली देश भर में व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। कैट के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष होली का त्योहार व्यापारियों के लिए ₹ 60,000 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होने की उम्मीद है।पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 20% अधिक है। पिछले वर्ष यही कारोबार लगभग 50 हजार करोड़ रुपये का था। एक अनुमान के अनुसार नागपुर के बाजारों में ही लगभग 1 हजार करोड़ से अधिक का व्यापार होने की संभावना है।
दोनों व्यापारी नेताओं ने बताया कि इस वर्ष भी नागपुर,दिल्ली सहित देश भर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन हो रहा है। इसके चलते बैंक्वेट हाल, फार्म हाउस, होटलों ,रेस्टोरेंट एवं सार्वजनिक पार्कों में होली समारोहों, आयोजनों का तांता लगा हुआ है। टीम कैट नागपुर 12 मार्च को हर्ष लांस, तुलसीबाग रोड में व्यापारियों का होली मिलन कार्यक्रम कर रहा है। देश भर में छोटे बड़े मिलाकर 3 हजार से ज्यादा होली मिलन समारोह आयोजित हो रहे हैं। सभी कार्यक्रमों में शामिल लोगों के चेहरों पर एक नई ख़ुशी तथा उत्साह का वातावरण देखने को मिलेगा। बड़ी संख्या में व्यापारिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक संगठन होली मिलन समारोह आयोजित कर रहे हैं। होली का पर्व नजदीक आते ही देश के सभी राज्यों के सभी थोक एवं खुदरा बाजार पूरी तरह सजे हुए हैं। सभी बाजारों में दुकानों पर गुलाल और पिचकारी के साथ होली के अन्य सामानों की खरीदारी के लिए भीड़ लगी है। होली केवल रंगों का त्यौहार नहीं, बल्कि भोजन और व्यंजनों का भी पर्व है।मिठाई की दुकानों पर खास तौर से होली पर बनने वाली गुजिया आदि की बड़े स्तर पर बिक्री हो रही है।
कैट ने कहा कि देश में 13 मार्च को होली मंगलेगी जबकि रंगों का पर्व 14 मार्च को मनाया जाएगा। होली के रंग में बाजार भी रंगे हुए नजर आने लगे हैं। बाजार में रंग बिरंगे गुलाल और पिचकारी के अलावा गुजिया के हार और मेवा से दुकानें सजी हुई है।बाजार में खरीददारी के लिए लोगों की प्रतिदिन बड़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि होली पर रिश्तेदारों के यहां फल और मिठाई के साथ में मेवे की माला ले जाने की परंपरा के चलते खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ दुकानों पर लगी रही। इसके चलते बाजार में चहल पहल बनी हुई है। केमिकल युक्त गुलाल एवं रंग की बजाय हर्बल रंग, अबीर और गुलाल की सर्वाधिक मांग बाजारों में है वहीं गुब्बारे और पिचकारी की मांग पिछले सालों के मुक़ाबले कुछ ज्यादा ही है। इस बार बाजार में अलग-अलग तरह की पिचकारी गुब्बारे और अन्य आकर्षक आइटम आए हैं। प्रेशर वाली पिचकारी 100 रुपये से 350 रुपये तक, टैंक के रूप में पिचकारी 100 रुपये से लेकर 400 रुपये तक में उपलब्ध है। इसके अलावा फैंसी पाइप की भी बाजार में धूम मची है। बच्चे स्पाइडर मैन, छोटा भीम आदि को बच्चे खूब पसंद कर रहे है वहीं गुलाल के स्प्रे की मांग बेहद हो रही है ।