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30 सितम्बर 2024 9.55 PM
नागपुर - नागपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स की 87वीं वार्षिक आमसभा आज सोमवार को शाम 4 बजे सेवासदन चौक, सेंटल एवेन्यू स्थित चेंबर के सभागृह में संपन्न हुई। इस मौके पर सभासदों की भारी उपस्थिति में चुनाव संपन्न हुए।मुख्य चुनाव अधिकारी महेंद्र कटारिया और चुनाव अधिकारी भगीरथ मुरारका की निगरानी में चुनाव संपन्न हुए। इस चुनाव में कैलाश जोगानी अध्यक्ष, विजय जायस्वाल सचिव, चुने गये व अन्य पदों पर प्रदीप जाजू वरिष्ठ उपाध्यक्ष, तरुण निर्बाण, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष नाथाभाई पटेल, विवेक मुरारका व लक्ष्मीकांत अग्रवाल सहसचिव पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए। गोविंद पसारी निवर्तमान अध्यक्ष रहेंगे। संचालक मंडल में वेणुगोपाल अग्रवाल, पुरुषोत्तम ठाकरे, विपिन पनपालिया, शंकरलाल खंडेलवाल, देवकीनंदन खंडेलवाल, वसंत पालीवाल, गिरीश लीलडिया, संजय पांडे, मनोज बागडी, निखिल काकाणी, सुनिल जेजानी, प्रशांत जग्यासी, विनोद पवार, महेश बंग, विजय सराफ, विवेक उखलकर, हरेश सोनी निर्वाचित हुए।
नागपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सीए कैलाश जोगानी ने उन्हें अध्यक्ष चुनने पर व्यापारियों को धन्यवाद दिया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि नागपुर चेंबर मध्य भारत का सबसे पुराना व्यापारिक संगठन है। उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए कहा, आगे आने वाले 20 वर्ष उद्योग और व्यापार के लिए स्वर्णिम समय है। भारत की अर्थव्यवस्था 7 प्रतिशत से ज्यादा की ग्रोथ के साथ आज 3.9 ट्रिलियन डॉलर की है जो साल 2025-26 मे 5 ट्रिलियन डॉलर होकर जापान को पीछे कर विश्व की चौथी शक्तिशाली अर्थव्यवस्था हो जाएगी तथा वर्ष 2030-31 में 8 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था होकर जर्मनी को पीछे छोड़ तीसरे नंबर पर आ जाएगी।
उन्होंने कहा आने वाले त्यौहारों के सीजन याने नवरात्र से दिवाली तक डिलाइट के आंकड़ों के हिसाब से देश में 5 लाख करोड का रिटेल व्यापार होगा। उन्होंने कहा नागपुर में भी इस सीजन में 5000 करोड का व्यापार होगा जिसमें रिटेल 2000 से 2500 रहेगा। महाराष्ट्र के वित्तीय अनुशासन पर कहा कि महाराष्ट्र का रेवेन्यू घाटा 3 प्रतिशत से ज्यादा होकर कर्ज करीब 8 लाख करोड हो जाएगा । वित्तीय घाटा भी 1.9 प्रतिशत हो गया। लाड़ली बहना जैसे प्रावधान आम जनता पर बोझ डालेगा। सरकार ने प्री डिस्ट्रीब्यूशन व सब्सिडी पर अंकुश लगाना चाहिए।
उन्होंने नागपुर में बढ़ते अतिक्रमण व अस्त व्यस्त ट्रेफिक व्यवस्था पर भी आम जनता और व्यापारियों को हो रही कठिनाइयां बताई। उन्होंने व्यापारियों और उद्योगपतियों को अपने बच्चों पर अंकुश लगाने की सलाह दी। 18 वर्ष के उम्र से कम के बच्चों को वाहन न देना। शराब पीकर वाहन न चलाने की सलाह देते हुए रामझूला जैसी वारदात न हो। व्यापारी खुद तथा बच्चों को क्रिकेट सट्टे व डब्बे से दूर रखे। जोगानी ने कहा कि व्यापारी भी एक उपभोक्ता हैं इसलिए वे उपभोक्ता के अहित का कोई भी कार्य ना करें। एक स्वस्थ व नैतिक व्यापार ही करें। हर व्यापारी ने देश की अर्थव्यवस्था में अपना पूर्ण योगदान देना चाहिए।
सभा में बाबूभाई कादरी, दिनेश सारडा, संदीप खेमका, विजय सराफ, कमल किशोर सारडा, उमेश पटेल, प्रमोद बागडी आदि उपस्थित थे। सभा का संचालन विवेक मुरारका ने तथा आभार प्रदर्शन तरुण निर्बाण ने किया।