जाली हाॅलमार्किंग के लिए सराफा व्यापारी नहीं, हाॅलमार्किंग सेंटर्स की जिम्मेदारी तय हो -रोकडे

Painter: Artist busy on his creative work

Rajesh-rokde

बीआईएस का महाराष्ट्र में खोज और जब्ती अभियान: 1.5 करोड़ रुपए से ज्यादा का जाली हाॅलमार्क सोना जब्त

 22 जनवरी 2023

नागपुर - भारतीय मानक ब्यूरो के अधिकारियों ने सोने के आभूषणों पर हाॅलमार्क के दुरुपयोग की जांच के लिए 20 जनवरी 2023 को महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख शहरों में एक विशेष प्रवर्तन खोज और जब्ती अभियान चलाया। मुंबई, ठाणे,पुणे और नागपुर जैसे मुख्य केन्द्रों सहित महाराष्ट्र में 6 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई। मुंबई के झवेरी बाजार में सोने के आभूषणों पर नकली हाॅलमार्किंग में संलग्न दो परिसरों पर कार्रवाई के तहत छापा मारा गया, जिसमें लगभग 2.75 किलोग्राम सोने के आभूषण जब्त किए गए,जिनकी कीमत 1.5 करोड़ रुपए से अधिक थी। ठाणे, पुणे और नागपुर में भी इसी तरह की कार्रवाई के कारण जाली चिह्नित आभूषणों की जब्ती हुई और भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा निर्दिष्ट पर्याप्त परीक्षण और गुणवत्ता जांच के बिना सोने के आभूषणों पर नकली हाॅलमार्क लगाकर ग्राहकों को ठगने वाली फर्मों के खिलाफ कार्रवाई शुरु की गई।

मेसर्स श्री शंकेश्वर एसेइंग एंड टुंच, झवेरी बाजार, मुंबई,मैसर्स जय वैष्णव हाॅलमार्किंग सेंटर, झवेरी बाजार मुंबई,मेसर्स विशाल हाॅलमार्किंग सेंटर,जांबली नाका, ठाणे, मैसर्स शंकेश्वर एसेइंग एंड हाॅलमार्किंग सेंटर,अंधेरी, मुंबई, मैसर्स जोगेश्वरी एसेइंग एंड हाॅलमार्किंग सेंटर, रविवार पेठ, पुणे और मेसर्स रिद्धि सिद्धि हाॅलमार्क, इतवारी नागपुर के परिसरों में तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की गई।

क‌ई बार पाया गया है कि भारी लाभ के लिए उपभोक्ताओं को नकली आभूषण बेचे जाते हैं । इसलिए भारतीय मानक ब्यूरो चिह्न,कैरेट, शुद्धता और गहनों पर एच‌यूआईडी सहित संपूर्ण भारतीय मानक ब्यूरो हाॅलमार्क की जांच करना महत्वपूर्ण है।एचयूआईडी या हाॅलमार्क यूनिक आईडी, प्रत्येक सोने के आभूषण पर उकेरा गया एक अनूठा कोड है जो उस पर अंकित हाॅलमार्क को प्रमाणित करता है।

ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी के वाइस चेयरमैन और नागपुर सराफा एसोसिएशन के सचिव राजेश रोकड़े का कहना है कि बीआईएस के ऐसे सेंटर्स के भरोसे आखिर कैसे गुणवत्ता सुधारी जा सकती है,यह समझ से परे है। हाॅलमार्किंग के लिए जब तक सेंटर्स की जवाबदेही तय नहीं होगी, तब तक गलत काम करने वाले सेंटर्स चलते रहेंगे।जाली हाॅलमार्किंग करने वाले सेंटर्स को बंद करना ही होगा।

रोकड़े ने कहा कि इस मामले में होता यह है कि करे कोई और भरे कोई।भला जाली हाॅलमार्किंग के लिए सराफा व्यापारी को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है? जाली हाॅलमार्किंग की जिम्मेदारी हाॅलमार्किंग सेंटर्स की ही होनी चाहिए।ऐसा होने पर ही इस तरह के मामलों पर अंकुश लग सकेगा। सराफा व्यापारी को ऐसे मामलों में दोषी ठहराने के बजाय हाॅलमार्किंग सेंटर्स को जवाबदेह बनाया गया तो जाली हाॅलमार्किंग पर रोक लगेगी और गुणवत्ता पर कोई सवाल नहीं उठेगा।





Posted in